रुद्रप्रयाग– सरकारी स्कूलों का हर जगह बुरा हाल है, जिससे छात्र संख्या बढ़ने के बजाए स्कूलों पर ही ताले पड़ने की नौबत आ गई है। बात रुद्रप्रयाग जनपद की करें तो यहां 14 स्कूलों में छात्र संख्या शून्य होने के कारण ताले लटका चुके हैं। और वजह है अभिभावकों का सरकारी शिक्षा व्यवस्था से मोहभंग होना।
अब तक जिले में कुल 569 प्राथमिक विद्यालय है, जिनमें से 14 में छात्र संख्या शून्य होने के कारण ताले लटक चुके हैं। यह स्थिति तब है जब हर साल शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए लाखों रुपय खर्च करने के साथ ही बाकायदा शैक्षिक उन्नयन गोष्ठियों का आयोजन भी किया जाता है।बावजूद इसके विद्यालयों में छात्रों की संख्या लगातार घटती जा रही है। ऐसे में ‘सब पढ़े सब बढ़े’ के नारे की हकीककत समझी जा सकती है।
जिन विद्यालयों में ताले लटके हैं वह हैं- धारवली, सोलून, बष्टी, त्यूंग, देवशाल, बंडरी, फारतोली, पाली नवीन, गिंवाड़ीगांव, मोल्ठा, मयकोटी, पणधारा, भैंसगांव और रोलखेत।