खेल खबर- फिलीपींस में आयोजित जूनियर एशियन बॉक्सिंग में चमोली जिले के सतेंद्र के घूंसों की चर्चा होती रही। अपने दामदार खेल की बदौलत सतेंद्र से फाइनल तक का सफर पूरा किया लेकिन फाइनल मैच में गोल्डन से चूक गए।
अंडर नाइनटीन जूनियर एशियन चैंपियनशिप के फाइनल में रिंग में उतरे घाट विकासखंड के घूनी गांव के सतेंद्र ने उजबेकिस्तान के बॉक्सर को अपने पंचों से कई बार घुमा दिया था। हालांकि सोने पर उजबेकी बॉक्सर आल्माटोव शोखरूकम ने पंच जमाया लेकिन रजत पदक उत्तराखंडी छोरे सतेंद्र के हाथ आया।
चांदी के चमकते पदक हाथ में आते ही सतेंद्र की चर्चा पूरे देश के बॉक्सरों में होने लगी। सतेंद्र गढवाल राइफल बॉयज स्पोर्ट्स कम्पनी के लिए खेलने वाले बॉक्सर हैं। फिलीपिंस मै आयोजित एशियन बॉक्सिंग प्रतियोगिता में जिस अंदाज में सतेंद्र ने खेला है उसमे भारत को एक बड़ी उम्मीद दिखाई दे रही है। बहरहाल बॉक्सिंग खेल में रजत पदक जीतने पर फीलीपींस से लेकर चमोली के घूनी गांव तक सिर्फ सतेंद्र के पंच का जलवा बिखर रहा है। शाबाश सतेंद्र शाबाश! हौंसला बनाए रखो, रजत पदक जीतने पर khabaruttarakhand.com की ओर से बधाई और हार्दिक शुभकानाएं कबूल करो!