छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों का शव मंगलवार को माना के सीएएफ कैंप लाया गया। तिरंगे में लिपटे जवानों का शव देखकर वहां का माहौल गमगीन हो गया। वहीं, हमले के बाद सीआरपीएफ एक्शन में है, उसके जवानों ने चिंतागुफा इलाके में नक्सलियों के खिलाफ कॉम्बिंग आपरेशन चला रखा है।
नक्सली हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज छत्तीसगढ़ जाएंगे और हमले की जानकारी लेंगे। इस हमले में 25 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। इसमें 8 जवान घायल भी हुए हैं, जिसमें 4 की हालत गंभीर बनी हुई है। नक्सली जवानों के हथियार भी लूट कर ले गए हैं।
राजनाथ सिंह के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे। हमले के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजनाथ ने कहा कि सरकार इसको चुनौती कीतरह ले रही है और इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। नक्सलियों ने यह हमला दक्षिणी बस्तर के बुर्कापाल-चिंतनगुफा इलाके में दोपहर करीब साढ़े बारह बजे किया था यह इलाका राज्य के सबसे ज्यादा माओवादी प्रभावित इलाकों में से एक है।
4 जवानों की हालत नाजुक
हलमे में 4 जवानों की हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है। शहीद सभी जवान सीआरपीएफ के 74वीं बटालियन के थे जिन्हें माओवादी विरोधी अभियान के लिए लगाया गया था। इस घटना के बारे में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को पूरी जानकारी दी। राजनाथ ने इस हमले को दुर्भाग्यूपर्ण बताया है। उनके अलावा राष्ट्रपति समेत पीएम मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।