कर्नाटक- येदियुरप्पा ने बहुमत साबित करने से पहले ही घुटने टेक दिए. जी हां युदियुरप्पा ने भाषण देते हुए बहुमत साबित करने से पहले ही इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद कर्नाटक में बीजेपी की सरकार गिर गई. कुछ भी हो कांग्रेस ने मोदी लहर को कर्नाटक में आने से रोक दिया. कर्नाटक में कांग्रेस औऱ जेडीएस की जीत हुई.
आपको बता दें कर्नाटक में बीजेपी को 104 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस को 78 औऱ जेडीएस को 38 सीटें मिली थी. तब से लेकर अब तक घमासान मचा हुआ था. बीजेपी इस दौरान 104 सीटों से 111 पर आ गई थी जबकि कांग्रेस 110 सीटों थे. लेकिन येदियुरप्पा ने बहुमत साबित करने से पहले ही भाषण के दौरान इस्तीफा क ऐलान कर दिया. और कहा कि मैं राज्यपाल को इस्तीफा देने जा रहा हूं.
यदि 113 सीट होती तो राज्य की तस्वीर कुछ अलग होती
भाषण के दौरान बीएस येदियुरप्पा ने राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले भावुक भाषण दिया. येदियुरप्पा ने कहा कि मेरे पास संख्या नहीं है. यदि 113 सीट होती तो राज्य की तस्वीर कुछ अलग होती. उन्होंने कहा कि मैं राज्य के हर इलाके में जाउंगा और किसानों और दलितों के लिए जो मेरा संघर्ष है वो जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष में बैठे मेरे दोस्तों में से कुछ लोगों को विश्वास था कि केंद्र में मोदी जी की सरकार और यहां हमारी सरकार के साथ मिलकर कर्नाटक का भला होगा. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक की भाजपा सरकार को शनिवार शाम चार बजे तक विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने का समय दिया था. इसी बीच कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने बीजेपी विधायक केजी बोपैया को प्रो-टेम स्पीकर यानी विधानसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया था.