अल्मोड़ा- उत्तराखंड देवताओं की धरती है हम इसे प्रणाम करते हैं। ये काली मां की धरती है ये मां गंगा यमुना की धरती है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड का विकास चाहते हैं। भाजपा चाहती है कि उत्तराखंड पर्यटन और तीर्थाटन में देश का ही नहीं दुनिया को अपनी ओर खींचे। इस राज्य में प्रकृति के अनुरूप बिजली बनाने की संभावनाओं की तलाश हो और उस पर काम भी हो। इस तरह सूबे के विकास का खाका खींचने की कोशिश की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना मैदान में।
परिवर्तन यात्रा की जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सूबे की सरकार को भ्रष्ट्राचार के कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि राज्य के विकास की जैसी संभावनाएं हैं वैसा विकास राज्य में नहीं हो रहा है। शाह ने मौजूदा रावत सरकार पर तोहमत लगाते हुए कहा कि इस सरकार को हर काम में कमीशन चाहिए। शाह ने राज्य के पांचों भाजपा सांसदों को बिजली की हाईटेंशन लाइन बताया जबकि राज्य के मुख्यंमत्री हरीश रावत को फुका हुआ ट्रासंफार्मर बताया। शाह ने कहा कि हमारे भाजपा सांसद एचटी लाइन की तरह केंद्र से विकास के लिए धनराशि ला रहे हैं लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री फुके हुए ट्रांसफार्मर हैं इसलिए उन विकास योजनाओं की तस्वीर बदरंग हो रही है।
शाह ने अपने संबोधन में सूबे की जनभावनाओं की दुखती नब्ज पर हाथ रखते हुए बात की। शाह ने परिवर्तन यात्रा में वही बात की जो अबतक राज्य आंदोलनकारी और आम जनता करती आई है। शाह ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार यहां की जवानी और पानी दोनो को जाया कर रही है। शाह ने पहाड़ मे शिक्षा और चिकित्सा जैसी बुनियादी सवालों को भी उठाया और सैनिक बहुल राज्य में वन रैंक वन पेंशंन की बात भी की। वहीं इस बाहने राहुल गांधी पर भी वार किया। शाह ने अल्मोड़ा की जनता से अनुरोध किया कि अबकी बार परिवर्तन करो और फुके हुए ट्रांसफार्मर जैसी सरकार को बदल दो। हालांकि देखा जाए तो अल्मोड़ा की रैली में शाह की तैयारी देहरादून के मुकाबले बेहतर रही। नतीजा क्या मिलेगा ये तो चुनाव के नतीजे ही तय करेंगे। बहरहाल सूबे में कांग्रेस सतत विकास संकल्प यात्रा और भाजपा परिवर्तन यात्रा से मतदाताओं में जोश जगाने का काम कर रही है।