रुद्रपुर-उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रुद्रपुर में पत्रकारों से मुखातिब हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान वे उत्तराखण्ड की वर्तमान भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। वार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने निकाय चुनाव, केदारनाथ समेत कई मुद्दों पर वार्ता की। उन्होंने सरकार पर कई गम्भीर आरोप लगाये।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार निकाय चुनावों को एक षड्यंत्र के तहत टाल रही है। उन्होंने इसे एक संवैधानिक संकट करार दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिये संबंधित सरकार के मन्त्रियों को हटाया जाना चाहिये या सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिये।
अतिक्रमण हटाओं लेकिन ध्वस्तीकरण मत करो
वहीं अतिक्रमण हटाये जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अतिक्रमण तो हटना चाहिये, परन्तु ध्वस्तीकरण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनभावनाओं का ध्यान रखकर तालमेल के साथ अतिक्रमण हटना चाहिए।
चीनी मिलों को षड्यंत्र तरीके से सौंपा निजी हाथों में
चीनी मिलों को लेकर भी हरीश रावत ने उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार पर गम्भीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों को एक षड्यंत्र के तहत निजी हाथों में दिये जाने के लिये बंद किया जा रहा है। वहीं किसानों के गन्ने का भुगतान और किसानों की गेहूं की फसल के नुकसान के मुआवजे पर भी उन्होंने सरकार को दोषी ठहराया।
वहीं केदारनाथ के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वहां हमारी सरकार के द्वारा कराए गए कामों का श्रेय लेने में भाजपा लगी हुई है। उन्होंने कहा कि मान्यता के अनुसार केदारनाथ में श्रद्धालु भगवान शिव के शांत स्वरूप के दर्शनों के लिए आते हैं, जबकि लेजर शो के द्वारा वहां शिव के त्रिनेत्रधारी स्वरूप को दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केदारधाम में शिव का स्वरूप बदल कर दिहाया जाना