देहरादून- आज 25 दिसम्बर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिनहै. khabaruttarakhand.com की ओर से अटल बिहारी वाजपयी को जन्मदिन की शुभकामनाए. हम उनके बेहतर स्वास्थय की कामना करते हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म मघ्य प्रदेश के ग्वालियर में एक ब्राह्मण परिवार में 25 दिसंबर, 1924 को हुआ.वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तथा फिर 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. वे हिन्दी कवि, पत्रकार व प्रखर वक्ता भी हैं.
भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे
वे भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वाले महापुरुषों में से एक हैं और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे.वे जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे. उन्होंने लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया.नीचें पढ़े उनकी कुछ कविताएँ
जेल में बंद 93 कैदियों को रिहा करने का फैसला
यूपी सरकार ने कुछ दिन पहले पूर्व पीएम के 93वें जन्मदिन पर सूबे की जेल में बंद 93 कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है। 1998 में केंद्र में पहली बार भाजपा की सरकार का नेतृत्व करने वाले अटल ने भाजपा को राष्ट्रीय स्तर नई पहचान दी।
रैन बसेरों का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम
हाल ही में यूपी से भाजपा के एक पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने सूबे में स्थानीय निकाय की तरफ से संचालित रैन बसेरों का नाम लखनऊ से सांसद रहे अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की मांग की है।
पीएम मोदी समेत बीजेपी के कई बड़े नेता अटल को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए उनके घर पहुंचे हैं। अमित शाह, राजनाथ सिंह और विजय गोयल भी उनके घर पर मौजूद हैं।
एक बरस बीत गया
झुलासाता जेठ मास
शरद चांदनी उदास
सिसकी भरते सावन का
अंतर्घट रीत गया
एक बरस बीत गया
जीवन की ढलने लगी साँझ
जीवन की ढलने लगी सांझ
उमर घट गई
डगर कट गई
जीवन की ढलने लगी सांझ।
राह कौन सी जाऊँ मैं?
राह कौन सी जाऊँ मैं?
चौराहे पर लुटता चीर
प्यादे से पिट गया वजीर
चलूँ आखिरी चाल कि बाजी छोड़ विरक्ति सजाऊँ?
राह कौन सी जाऊँ मैं?