किच्छा (मो. यासीन)- अगर आपके क्षेत्र में कुत्तें हैं तो जरा संभल कर रहें इनका काटना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है, क्योंकि इनका शिकार होने वाले लोगों के लिए किच्छा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अस्पताल में इलाज का इंतजाम नहीं है. सरकार की ओर से बढ़िया स्वास्थ्य सुविधाएं देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन इसकी पोल किच्छा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खुलती नजर आ रही है. सबसे बड़ी बात ये है कि स्वास्थ विभाग खुद सीएम त्रिवेंद्र रावत के पास है लेकिन ये सब उनके संज्ञान में नहीं है.
पिछले दो महीनों से एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हैं
जी हां अगर यहां किसी को कुत्ते ने काट लिया तो स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो महीनों से एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हैं। यह हाल किच्छा विधायक राजेश शुक्ला के निर्वाचन क्षेत्र का है, जिसे मॉर्डन बनाने की कवायद की जा रही है. स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन पांच से आठ मरीज कुत्ते के काटने से पीड़ित हैं औऱ वह टीका लगाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। लेकिन इलाज के लिए जब वह अस्पताल पहुंच रहे हैं तो मरीजों को बाहर से इंजेक्शन लाने को कहा जा रहा है जिससे गरीब रेखा के नीचे का व्यक्ति खरीदने में असमर्थ है.
रेबीज का खतरा बढ़ जाने से हो सकती है मरीज की मौत
वहीं मेडिकल स्वामी का कहना है कि पिछले 2 महीने से उन्हें भी इंजेक्शन की सप्लाई नहीं हो रही है। अस्पताल में यह इंजेक्शन निशुल्क लगाए जाते हैं. जबकि कुत्ता के काटने के बाद अगर समय पर इलाज शुरू नहीं किया तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। इससे रेबीज का खतरा बढ़ जाता है, जिससे मरीज की मौत भी हो सकती है।
कुत्ते के काटने पर टीका लगवाना जरूरी
1.कुत्ते के काटते ही तुरंत छह से आठ घंटे या अधिक से अधिक 24 घंटों में एंटी बॉयोटिक का टीका लगवाएं।
2.3,5 या 7 इंजेक्शन लगवाएं
3.यदि कुत्ता काटने के 10 दिन के बाद तक भी स्वस्थ है तो सावधानी के लिए तीन इंजेक्शन ही पर्याप्त हैं।
4.निश्चित रूप से रैबिज कुत्ते ने काटा हो तो एंटीबॉडिज की अतिरिक्त चिकित्सा लेनी चाहिए।
कांग्रेसी नेता संजीव कुमार ने कहा कि सरकार अस्पताल के प्रति उदासीन रुख अपना रही है। महज घोषणाएं कर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का भरोसा दिया जा रहा है। यदि जल्द एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध नही हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।
अस्पताल की ओर से सत्यप्रकाश आर्या मुख्य फार्मौ सिस्ट ने बताया रैबीज इंजेक्शन की मांग भेजी जा चुकी है। पिछले 2 महीने से इंजेक्शन नहीं है. समस्या के दृष्टिगत जल्द इंजेक्शन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। उम्मीद है कि शीघ्र इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध हो जाएंगे।