विकासनगर- परिवहन मंत्री नवप्रभात के युवा बेटे बंकिम शर्मा पंचतत्व में विलीन हो गए। विकासनगर स्थित शांतिघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके पिता नवप्रभात ने दी। इससे पूर्व गमगीन माहौल में बंकिम के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही नवप्रभात के घर पर सांत्वना देने और दुख प्रकट करने के लिए लोगों की भीड़ जुटनी शुरु हो गई थी। अंतिम दर्शन के लिए घर के परिसर में ही बंकिम का शव रखा गया था।
सुबह करीब 11 बजकर 10 मिनट पर बंकिम के शव को गाड़ी में रखकर शांतिघाट के लिए ले जाया गया। गाड़ी के आगे कैबिनेट मंत्री नवप्रभात समेत कई अन्य नेता पैदल ही घाट के लिए रवाना हुए। लगभग 11.45 पर शांतिघाट पर बंकिम को अंतिम विदाई देने के लिए हज़ारों की भीड़ उनके आवास से ही उनके साथ चल पड़ गई थी। ऐसा लग रहा था कि समूचा विकासनगर ही उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा हो। बंकिम के निधन की जानकारी मिलते ही विकासनगर का समूचा बाज़ार मंगलवार की दोपहर बाद से ही बंद हो गया था।
बंकिम के परिजनों से शोक संवेदना का दौर सुबह आठ बजे से ही शुरु हो गया था इस मौके पर शोक जाहिर करने वालों में मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल समेत कैबिनेट मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, यशपाल आर्य और शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, प्रतीम सिंह, विधायक हीरा सिंह बिष्ट, हरीश चंद्र दुर्गापाल, भाजपा नेता मुन्ना सिंह चौहान समेत कई नेता शामिल रहें। मुख्यमंत्री हरीश रावत सीधे शांतिघाट पहुंचे और उन्होंने बंकिम के परिजनों को ढांढस बंधाया।