देहरादून : उत्तराखंड विधान सभा के मनसून सत्र में सत्ता पक्ष के विधायकों के सवाल ही सत्ता पक्ष के मंत्रियों के लिए मुसीबत बन रहे हैं…सत्र के दूसरे दिन भी बीजेपी विधायकों के सवालों पर मंत्री सदन में फंसते नजर आए…लीसा के मुद्दे पर तो वन मंत्री ऐसे घिरे की सदन के बहार आने के बाद गलत जानकारी देने वाले अधिकारियों की जांच करने की बात कही।
विधानसभा के मानसून सत्र में सत्ता पक्ष के विधायकों के सवाल में मंत्री फंसते नजर आ रहे हैं। सत्र के दूसरे दिन की शुरूवात में ही सल्ट से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के सवाल पर वन मंत्री हरक सिंह रावत ऐसे फंसे की वह सवाल का सही जवाब नहीं दे पाए. लिहाजा विधान सभा अध्यक्ष ने भी इसके लिए वन मंत्री को फटकार लगाई।
जीना ने दिखाए सबूत, वन मंत्री जीना के सवाल में गलत जबाव देकर फंस गए थे बुरे
दरअसल सुरेंद्र सिंह जीना ने वन मंत्री से सवाल किया क्या प्रदेश में ही पर खुले में लीसा पड़ा हुआ है, जिस पर वन मंत्री हरक सिंह ने जवाब दिया कि प्रदेश में कहीं पर भी खुले में लीसा जो ज्वलनसील पद्धार्थ है नहीं पड़ा है, जिस पर सदन को जीना ने तस्वीर दिखाते हुए कहा कि ये तस्वीर आज सुबह की है जो मेरे विधान सभा क्षेत्र की है…जहां पिछले तीन सालों से खुले में लीसा पड़ा हुआ है। वन मंत्री जीना के सवाल में गलत जबाव देकर बुरे फंस गए थे, लिहाजा हरक न मामले का संज्ञान में लेने की बात कही।
हरक सिंह रावत ने पूरे मामले में अधिकारियों पर गलत जानकारी देने का ठीकरा फोड़ा
सदन के भीतर तो हरक के जवाब से जीना खुश नहीं आए और विधान सभा अध्यक्ष से जीना ने कहा कि सरकार के मंत्री मामले पर गंभीर नहीं है लेकिन सदन के बहार आते ही जीना के स्वर बदल गए और कहा कि वन मंत्री ने उन्हे खुले में पड़े लीसा हटाने की बात कही है। लेकिन हरक सिंह रावत ने पूरे मामले में अधिकारियों पर गलत जानकारी देने का ठीकरा फोड़ा.
विधान सभा अध्यक्ष ने लिया गलत जवाब देने का संज्ञान
वहीं हरक के गलत जवाब देने का संज्ञान विधान सभा अध्यक्ष ने भी लिया और उन्होंने हरक सिंह रावत को सही जानकारी देने के साथ मामले को गंभीरता से लेने की हिदायत दे डाली।
विधानसभा अध्यक्ष का मंत्रियों को टोका जाना गंभीर है-नेता प्रतिपक्ष
वहीं नेता प्रतिपक्ष इंद्रा हृदियेश का कहना है कि सरकार के मंत्री सवालों का जवाब देने के लिए बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं. यहीं वजह है कि विधान सभा अध्यक्ष मंत्रियों को सही जवाब देने के लिए कह रहे हैॆ। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का मंत्रियों को टोका जाना गंभीर है फिर भी मंत्री सवालों का जवाब गंभीर होकर नहीं दे रहे हैं.
कुल मिलाकर लीसा का वो एक सवाल जो बीजेपी विधायक के द्धारा ही पूछा गया…उस पर वनमंत्री का सही जवाब सदन को न देना इस बात को भी दर्शाता है कि मंत्री पूरी तैयारी से सदन में नहीं पहुंच रहे है।