उत्तरकाशी (सुनील मौर्य)- ज्ञानसू में ट्रैक्सी चालकों की बदतमीजियों का गंदा पानी अब सिर से ऊपर बहने लगा है। चालक भोर होने से पहले हीं गाली-गलौच भरे अपशब्दों का इस्तमाल करने लग जाते हैं। बेवजह रात को तीन बजे अपने वाहनों का हॉर्न बजाकर लोगों को परेशान करने लग जाते हैं।
ज्ञानसू जैसे घनी आबादी वाले इलाके में सुबह-सुबह भोर के वक्त इनके बेमतलब के हॉर्न से जहां पढ़ाई कर रहे बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान आता है वहीं बीमार व्यक्तियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। टैक्सी चालकों ने गुंडागर्दी का माहौल बना रखा है।
टनल से लेकर पांडुली गदरे तक नो पार्किंग जोन होने के बावजूद टैक्सी चालक अपनी गाड़ियां खड़ी कर जाम का माहौल बना देते हैं। इतना ही नहीं बदमिज़ाज टैक्सी किसी भी घर और दुकान के आगे अपनी गाड़ी खड़ी कर देते हैं। हटाने के लिए कहो तो गाली-गलौच पर आमादा हो जाते हैं।
बावजूद इसके कानून व्यवस्था पर निगरानी करने वाली पुलिस आंखे फेरी हुए है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिस पुलिस के कांधे में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है वही जब बदतमीज टैक्सी चालकों की खबर नहीं ले रहा है तो आम आदमी किससे इंसाफ की उम्मीद करे।
हालांकि जब /khabaruttarakhand.com ने उत्तरकाशी कोतवाल महादेव उनियाल से टैक्सी चालकों की बढ़ती बदतमीजियों के बारे बात की तो उन्होंन भंरोसा दिलाया कि टैक्सी चालकों पर निगरानी की जाएगी और उचित कार्यवाही की जाएगी। वहीं पार्किग के बारे में उन्होनें बताया कि जल्द ही इस समस्या से जनता निजात मिल जाएगी।