नई टिहरी। मार्च 2016 के सियासी भूचाल के बाद फ्लोर टेस्ट में हरीश रावत सरकार के पक्ष में खड़े रहकर विधायकी गंवाने वाले घनसाली के पूर्व विधायक भीमलाल को उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में वफादारी का तोहफा इस सीट से कांगेस ने प्रत्याशी बनाकर दिया है।
साल 2012 में घनसाली सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते भीमलाल आर्य अपने पूरे कार्यकाल के दौरान चर्चा के केंद्र में रहे। कांग्रेस खासकर मुख्यमंत्री हरीश रावत से नजदीकी के चलते कई मर्तबा उन्होंने भाजपा के सामने असहज स्थिति भी पैदा की। कांग्रेस से वफादारी का कर्ज उन्होंने तब चुकाया, जब हरीश रावत सरकार पर आए संकट के दौरान फ्लोर टेस्ट में भीमलाल ने कांग्रेस के पक्ष में खड़े हो गए। इसके कारण उन्हें विधायक भी गंवानी पड़ी। कांग्रेस में शामिल होने के बाद भीमलाल आर्य को इनाम के तौर पर घनसाली सीट से कांग्रेस का टिकट मिलने की संभावना जताई जा रही थी।