डोईवाला-(जावेद हुसैन)- डोईवाला में आरिफ खान ने मानतवा दिखाते हुए एकता की मिशाल पेश की.जी हां शानिवार को और दिनों की तरह ही अपने काम मे व्यस्त आरिफ खान को एक व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज आया कि किसी अजय बिजल्वाण पुत्र खीमानंद बिजल्वाण जो कि मैक्स हॉस्पिटल देहरादून में ICU (2) मे एडमिट है जिसकी प्लेटेड 5000 से कम हो गयी हैं और जिसका ब्लड ग्रुप A+ है को यदि आज 09:00 बजे से 05:00 बजे के बीच उसे A+ ब्लड नहीं दिया गया तो उसकी जान को खतरा हो सकता है चूंकि माहे रमज़ान का महीना चल रहा है और मुसलिम समुदायों के लिए यह महीना बड़ी रहमतों और बरकतों वाला होता है.
नहीं की रोजे की परवाह
लेकिन अपने रोजे की परवाह किये बिना आरिफ खान ने मैक्स हॉस्पिटल मे सम्पर्क करके अपने रोजे से होने की बाबत जानकारी दी हॉस्पिटल ने बताया कि यदि आप अपना रोजा तोड़ दें तो आप ब्लड देकर मरीज की जान बचा सकते हैं.
मेरे एक रोजा तोड़ने से किसी की जान बच सकती है तो..
आरिफ खान ने बिना विलम्ब किये ही यह कहते हुए ब्लड देने की हामी भर दी और कहा कि अगर मेरे एक रोजा तोड़ने से किसी की जान बच सकती है तो मै पहले मानवधर्म निभाना पसन्द करूँगा. रोजे तो बाद में भी रखे जा सकते हैं मगर किसी का जीवन बचाने का जो सौभाग्य आज प्राप्त हुआ वह दुबारा नही होगा इस प्रकार अपने धर्म से बड़े इंसानियत धर्म को निभाते हुए ब्लड डोनेट करके न सिर्फ जान ही बचाई है बल्कि धर्म के उन ठेकेदारों को भी एक सबक दिया है जो कि हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर इंसान और इंसानियत को बांट कर उसका खून करते हैं