बाजपूर- जनपद में हाथियों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. दिन प्रतिदिन हाथियों की मौत का ग्राफ बढता जा था है. वन विभाग की हो रही हाथियों की मौत पर एक बड़ी लापरवाही समाने आ रही है. इस लापरवाही का ताजा मामला है जनपद के बाजपुर तहसील का है. जहाँ एक वन विभाग की लपर परवाही के चलते एक हाथी की मौत हो गयी.
जनपद उधम सिंह नगर की तहसील बाजपुर के बन्नाखेड़ा में कल शाम एक हाथी की हालत बिगड़ने के कारण खुली जगह में गिर गया. जिससे स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग सुचना के बाद भी नहीं चेता.
सूचना के 12 घंटे बाद वन विभाग के डॉक्टर मौके पर पहुंचे, तब तक हाथी की मौत हो चुकी थी. जबकि घटना स्थल और डॉक्टर के क्लीनिक की दूरी मात्र 40 किलोमीटर की है. वन विभाग के डी.एफ.ओ और डॉक्टर को 40 किलोमीटर की दूरी तय करने में 12 घंटे का वक्त लग गया.
वन विभाग की टीम से जब हमने जानकारी ली तब वो अपनी दलीले देते नजर आये. उनके अनुसार उनकी ओर से कोई लापरवाही नहीं की गई है. उनका कहना है कि हाथी का इलाज करने के लिए उनको परमिशन की जरुरत होती है. पूरा प्रक्रिया करने के बाद ही हाथी का इलाज किया जा सकता रहा.
जांच में सामने आया कि हाथियों के आपसी संघर्ष के चलते हाथी को गंभीर चोट आई है जिसके कारण हाथी की मौत हुई.