उत्तरकाशी, (सुनील मोर्य) – पिछले साल उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग ऐसी धधकी कि राष्ट्रीय मीडिया में जंगलात महकमें की नाक कट गई। इस साल नाक सलामत रहे इसके लिए जिला स्तर पर जंगलात महकमें ने नई सरकारी पहल की हैं।
जिले के जंगल इस साल आग से महफूज रहें इसके लिए उत्तरकाशी में कई कदम उठाए गए हैं। डीएफओ संदीप कुमार की माने तो अग्नि काल 15 फरवरी से 15जून के दौरान प्रभाग के अंतर्गत 35 क्रूस्टेशन, 14 बेस स्टेशन, और 1 मास्टर कंट्रोल को तैनात किया गया है ताकि दवानल की सूचना मिलते ही आग के काबू करने की कवायद तेज कर दी जाएगी।
जबकि वन एक्ट के तहत वन विभाग ने संवेदनशील ग्राम में एक फायर वॉचर लगाये गये है, गांव के आस-पास के वन क्षेत्र में आग बेकाबू हुई तो उसकी जिम्मेदारी तैनात मुलाजिम की होगी।
जबकि जंगल में आग लगाते हुए जो शख्स पकड़ा जाएगा वन कानून के तहत उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जबकि जिन गांवों में बार-बार दावानल की वारदात हर बार आंजाम होती है उन गांव के वाशिंदों पर कार्यवाही करते हुए उनके हक-हकून छीने जा सकते हैं।
इतना ही नहीं डीएफओ संदीप कुमार की माने तो जो शख्श जंगल में आग लगाने वाले के बारे में जानकारी देगा उसको जंगलात महकमा इनाम देगा और उसकी पहचान को कभी भी सार्वजनिक नहीं करेगा।