हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी ने दावा किया है कि उन्हें दुबई से फोन पर धमकी मिली है। धमकी के पीछे उन्होंने आसाराम, गुरमीत राम रहीम और राधे मां के समर्थकों का हाथ बताया है। श्रीमहंत ने इलाहाबाद के बाद हरिद्वार में भी अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों को सुरक्षा देने की मांग की। वहीं पुलिस अखाड़ा परिषद की इस मांग का आकलन कर रही है।
बड़ा अखाड़ा में एसएसपी हरिद्वार से वार्ता करते हुए श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि दुबई से धमकी भरी कॉल आने के बाद उन्हें यूपी पुलिस की ओर से इलाहाबाद में सुरक्षा मुहैया कराई गई है। उन्होंने हरिद्वार में रहने वाले अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों को भी सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके का कहना है कि अखाड़े की मांग का अपने स्तर से आकलन किया जाएगा। यदि जरूरत महसूस होती है तो संतों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
संतों ने दिया दो दिन का अल्टीमेटम
हरिद्वार: बड़ा अखाड़ा उदासीन के कोठारी महंत मोहनदास के गायब होने को लेकर संतों में रोष है। उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलकर शिकायत करने की बात कही है। दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि संतों का इस तरीके से गायब होना किसी बड़ी साजिश का हिस्सा लग रहा है। इस मामले का प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को संज्ञान लेना चाहिए। अगर देश में संत ही सुरक्षित नहीं हैं तो फिर कौन सुरक्षित है।
उन्होंने हरिद्वार पुलिस से दो दिन के भीतर मामले का खुलासा करने की मांग की है। यह भी साफ किया है कि दो दिन में हरिद्वार पुलिस पता नहीं लगा पाई तो वह मामले की सीबीआइ जांच की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने संतों की अपेक्षा के अनुसार कार्रवाई न की तो संत आंदोलन को मजबूर होंगे।