रानीखेत, संवाददाता। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट की मुश्किले बढ़ सकती हैं। सत्ता में आसीन होने के लिए भाजपा जहां एड़ी चोटी का जोर आजमइस कर रही उससे कहीं वे दूर न रह जाय। टिकट वितरण के बाद से भाजपा के भीतर लगातार बगावत के सुर फूट रहे हैं। जहां भाजपा से अब तक कई नेता बगावत कर चुके हैं तो वहीं रानीखेत से प्रमोद नैनवाल ने भी अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वरिष्ठ भाजपा नेता प्रमोद नैनवाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। प्रमोद नैनवाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के खासमखास माने जाते हैं ऐसे में उनकी बगावत पार्टी के लिए न केवल मुश्किल खड़ी करेगी बल्कि उनकी बगावत अजय भट्ट के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। वेसे भी पिछले चुनावी आंकड़ो पर नजर डाली जाय तो अजय भट्ट महज 72 मतों के अंतर से विधानसभा पहुंचे है। 2012 के चुनाव में उनके निकटतम प्रतिद्वन्दी करन माहरा को 14011 वोट मिले थे, जबकि अजय भट्ट को 14089 मत मिले थे।