देहरादून- उत्तरा प्रकरण के पहले से सरकार और भाजपा संगठन में आपस में खींची हुई तलवारें अब खुल म्यान से बाहर आ चुकी हैं, चाहे वो हरक सिंह रावत का मुख्यमंत्री की निगरानी में चलने वाला कौशल विकास कार्यक्रम हो या उत्तरा प्रकरण में पूरे संगठन का त्रिवेंद्र सिंह को अकेला छोड़ कर दूर से तमाशा देखने की रणनीति रही हो।
ताजा मामले की बात की जाए तो मामला मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की आम की दावत से जुड़ा हुआ है, जहां मुख्यमंत्री का हरीश रावत की आम पार्टी में जाने से तिलमिलाए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से हरीश रावत की पार्टी में जाने पर स्पष्टीकरण माँगा है, हालांकि ये अभी पता नहीं है कि अजय भट्ट ने टी एस आर को इस बाबत कोई आधिकारिक नोटिस भेजा है या नहीं, मगर मीडिया के माध्यम से अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह से हरीश रावत की पार्टी में जाने को लेकर स्पष्टीकरण माँगा है, आइये सुनते हैं क्या कहा अजय भट्ट ने..
हालांकि मुख्यमंत्री ने आम पार्टी के बाद ही मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा था कि हरीश रावत से उनके विपक्ष के अलावा दोस्ताना ताल्लुकात भी हैं और हरीश रावत उनके होली के निमंत्रण को स्वीकार करके उनके घर आये थे जिसके जवाब में उन्होंने भी हरीश रावत का आम पार्टी में आने का न्यौता स्वीकार किया। मगर अब मीडिया के मार्फ़त अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री से इस मसले पर स्पष्टीकरण मांग कर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह को जहाँ असहज किया है वहीँ ये बात भी उजागर हो गयी है कि प्रदेश के अंदर सब कुछ सही नहीं चल रहा है और सरकार तथा संगठन के बीच तलवारें खींची हुई हैं।