रुड़की – गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन के चलते 63 बच्चों की मौत से जहां देश में आम आदमी मातमी माहौल में गमजदा है उसे बच्चों की फिक्र होने लगी है क्योंकि सियासी गलियारे से गजब का बयान आंकड़ों के साथ आया है कि अगस्त के महीने में बच्चे मरते ही हैं।
खैर इधर उत्तराखंड के रुड़की में भी एक इलाके में बच्चों की जान पर बन आई है। हालांकि हालात काबू में बताए जा रहे हैं लेकिन पांच मासूमो की मौत के बाद। दरअसल सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के टोडा अहत्मालपुर गांव में एक पखवाड़े में पांच बच्चों की मौत ऐसे वायरल फीवर के चलते हो गई जिसमें बच्चों के गले में सूजन आ रही है और बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
इस बीमारी के चलते अभी एक दर्जन बच्चों को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पांच बच्चों की मौत के बाद जहां गांव में मातम पसरा हुआ है वही इस मामले के बाद स्वास्थ विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सूचना मिलने पर सरकारी चिकित्सकों की टीम ने गांव का दौरा किया और मुआयने में बीमार पाए बच्चों को आनन फानन सिविल अस्पताल दाखिल किया गया।
हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक सभी बच्चों की हालत सामान्य बताई जा रही है। वही सीएमओ हरिद्वार भी सिविल अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने बच्चों का हालचाल जाने और डॉक्टरों को बच्चों के बेहतर उपचार के निर्देश दिए हैं।