ब्यूरो- जरूरत के वक्त ATM कार्ड से पैसे सिर्फ एटीएम मशीन से ही नहीं निकलते बल्कि एटीएम कार्ड आपको इलाज के पैसे आपके बैक से तब भी दिला सकता है जब आप अचानक किसी हादसे का शिकार हो जांए और आपको पैसों की दरकार हो। दरअसल एटीएम कार्ड धारक को बैंक से कई सहूलियतें मुहैया कराई जाती है जिनमे एक सहूलियत बीमा की भी है। हालांकि इस बारे में बैंक अपने ग्राहक को खुले तौर पर बताते नहीं हैं लेकिन एटीएम कार्ड मिलते ही बैंक ग्राहक का दुर्घटना बीमा हो जाता है।
दस लाख तक का होता है बीमा
सभी सरकारी और गैर-सरकारी बैंक एटीएम कार्ड होल्डर्स को एक्सीडेंटल हॉस्पिटलाइजेश कवर और एक्सीडेंटल डेथ कवर कार्ड के साथ देते हैं। इस सहूलियत में बैंक, ग्राहक को 50 हजार से 10 लाख रुपए तक का रिस्क कवर देता है। यह सहूलियत हर एक ग्राहक को मिलती है, बावजूद इसके न हमे इसका पता होता है और न ही हमारा बैंक इस बारे में हमें जानकारी देना मुनासिब समझता है। हालांकि इस सुविधा का लाभ लेने की कुछ शर्त है। आपको बीमा राशि तब ही मिलेगा जब आपका खाता लेन-देन मे प्रभावी हो। बंद खाता के एटीएम धारक को यह सहूलियत नहीं मिल सकती । कार्ड होल्डर को पिछले 60 दिन के अंदर ट्रांजेक्शन इसके लिए अनिवार्य होता है।
कैसे करें बीमा के लिए क्लेम
खुदा न करे किसी के साथ हादसा हो लेकिन अगर हो जाए तो तुरंत बीमा कवर के लिए हादसा होने बाद पुलिस को एक्सीडेंट के बारे में लिखित जानकारी दें। अगर अस्पताल दाखिल होने की नौबत आती है तो अस्पताल की सभी रिपोर्ट्स जमा करें। किसी कारणवश अगर हादसे के बाद दुखद मौत हो जाती है तो रिस्क कवर के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, पुलिस पंचनामा, डेथ सर्टिफिकेट और वैध ड्राइविंग लाइसेंस जैसे कागजात बीमा कंपनी को दें।