उधमसिंह नगर- सितारगंज के नानकमत्ता क्षेत्र में लकड़ी तस्कर द्वारा सागौन के 71 पेड़ों को बिना परमिशन के ही काट डाला और दो ट्रक की सप्लाई के बाद तीसरे ट्रक के भरने से पहले ही लकड़ी तस्कर का खेल हुआ समाप्त हुआ। नानकमत्ता पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिलते ही पुलिस ने की लकड़ी तस्करों को तुरंत घेरने की कोशिश की लेकिन लकड़ी तस्कर पुलिस को देखकर हुए मौके से फरार पुलिस ने गाड़ी सहित सागौन के लट्ठों को किया वन विभाग के सुपुर्द।
जहां पूरे प्रदेश के अंदर उत्तराखंड सरकार वनों की रक्षा के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है और वन तस्करों के लिए कड़े कानून बनाए गए हैं लेकिन बावजूद इसके सितारगंज वाराकोली रेंज के अंतर्गत नानकमत्ता क्षेत्र के खमरिया मुखट गांव में लकड़ी तस्कर द्वारा खेला गया लाखों का खेल गांव से सटी देवह नदी के नजदीक खेला गया सागौन के 71 हरे भरे पेड़ों को काटने का खेल। हम आपको बताते चलें कि गांव के किनारे देवह नदी के पास मृतक किसान की पत्नी को बहला-फुसलाकर लकड़ी तस्करों ने लाखों रुपए के 71 हरे-भरे सागौन के पेड़ों को बिना सरकारी अनुमति के ही कटवा डाला।
जब मौके पर हमारी टीम पहुंची तो वहां पर देखा गया कि 100 से अधिक पेड़ सागौन और अन्य प्रजाति के पेड़ों को सरकार की बिना अनुमति के ही कटवाया गया है। मौके पर जानकारी लेने पर ग्रामीणों ने बताया कि दो ट्रक माल भरकर यहां से जा चुका है और तीसरी गाड़ी माल तैयार था। जो कि लोड होकर इसकी भी तस्करी की जाती।