देहरादून-स्वतंत्रता दिवस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सरकार के द्धारा चलाई जा रही योजनाओं को जनता के बीच रखा वहीं सरकार की क्या भावी योजनाएं है उन्हे भी स्वतंत्रता दिवस दिवस के अवसर पर जनता के बीच रखा,परेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता को सम्बोधित करते भावी योजनओं पर विस्तार से सरकार की राय रखी।
पति-पत्नी को मिलेगा पेंशन का लाभ
सीएम ने प्रदेश के बुर्जगों के लिए चलाई जा रही वृद्धा अवस्था पेंशन का दायरा बढ़ाते हुए परिवार में पति और पत्नी दोनों को पेंशन का लाभ दिए जाने की घोषणा की. अब तक परिवार में पति या पत्नी को ही इसका लाभ मिल रहा था। आप को बता दें कि सरकार के तरफ से वृद्धा अवस्था पेंशन के रूप में सरकार की तरह 1000 रू प्रतिमाह पेंशन दी जाती है,लेकिन अब एक परिवार में पति और पत्नी यानी कि दो लोगों को इसका लाभ मिलकर 2000 रूपये एक परिवार को पेंशन मिलेगी।
700 गांव होंगे पुनर्जीवित
प्रदेश के 700 गांव जो खाली हो चुके हैं उन्हे पुनर्जीवित करने के लिए भी मुख्यमंत्री ने सरकार का प्लान जनता को समझाया…सीएम ने कहा कि जो 700 से ज्यादा गांव खाली हो चुके हैं,उनका सरकार एक्यूजिशन करेगी और उन गांव में खेती की जाएंगी साथ ही पर्यटन से उन गांव को जोड़ेंगे।
300 गांव होंगे स्थापित
उत्तराखंड के 300 से ज्यादा गांव खतरे की जद्द
खतरे की जद्द में जी रहे पहा़ड़ के 300 से ज्यादा गांवों को विस्थापित करने की भी सीएम ने बात कही…सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पहाड़ के कई सौ गांव ऐसे हैं जो भूस्खलन की जद में हैं और उन गांवों को विस्थापित किया जाना है…लेकिन अभी तक इन गांवों को विस्थापित करने के लिए किसी तरह के बजट की व्यवस्था नहीं थी लेकिन अब सरकार ने इसके लिए अलग से कोष बनाया है। आने वाले 8 से 10 सालों में सभी गांवों को विस्थापित कर दिया जाएगा।