हरिद्वार- सावन के पावन महीने में उत्तराखंड पुलिस देवभूमि आ रहे कावड़ियों की सुरक्षा पर तैनात है। उत्तराखंड पुलिस के कर्मी हर तरह से कांवड़ियों को सहयोग दे रहे हैं. उत्तराखंड पुलिस ने जहां एक ओर नदीं में डूब रहे कई कांवडि़यों की जान बचाकर उनके लिए देवदूत बनी तो वहीं कई बिछड़े लोगों को उनके परिवार से मिलाकर अपना कर्तव्य निभाया. जिनकी हर कोई वाह-वाही कर रहा है. उन्हे हर प्रकार सहयोग उत्तराखण्ड की पुलिस किया जा रहा है, जिससे उत्तराखण्ड आ रहे शिवभक्तों के साथ देवभूमि का अनूठा रिश्ता बन रहा है।
SDRF एवं जल पुलिस के जवानों ने कुल 56 लोगों को गंगा में डूबने से बचाया
कांवड़ यात्रा के दौरान अपने परिजनों से बिछड़े व्यक्तियों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस ने जनपद हरिद्वार के नगर नियंत्रण कक्ष (सीसीआर) में खोया-पाया केन्द्र बनाया है। खोया-पाया केन्द्र ने दिनांक 27 जुलाई से 05 अगस्त तक अपने परिवार से बिछड़े 690 लोगों को उनके परिवार से मिलाया है। साथ ही SDRF एवं जल पुलिस के जवानों ने कुल 56 लोगों को गंगा में डूबने से बचाया है। उत्तराखण्ड पुलिस के इस कार्य को कांवड़ियों द्वारा भी सराहा जा रहा है।
मित्र पुलिस निभा रही कर्तव्य
वहीं साथ ही हरिद्वार में कांवडियों के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा स्वास्थय चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें घायल औऱ चोटिल कांवड़ियों की मरहम पट्टी की जा रही है. पुलिस का ये नेक काम कर पुण्य कमाने का काम तो कर ही रही है लेकिन पहले मित्र पुलिस का कर्तव्य निभा रही है.