जसपुर : मूल चेक के साथ छेड़छाड़ कर धोखाधड़ी से 60 लाख रुपये निकालने का मामला प्रकाश में आया है। बैंक शाखा प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस एक अधिवक्ता और उसके पिता से पूछताछ कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र के एक व्यक्ति ने एचडीएफसी बैंक की कालकाजी शाखा दिल्ली का चेक 19 मार्च को पीएनबी की शाखा जसपुर स्थित अपने खाते में लगाया था। क्लीयरेंस के लिए चेक एचडीएफसी बैंक में भेजा गया था। 20 फरवरी को नो पेमेंट रिपोर्ट के साथ एचडीएफसी बैंक से चेक पीएनबी में वापस आ गया। जिसके साथ संलग्न रिपोर्ट में मूल चेक से छेड़छाड़ करने की बात सामने आई।
6 के आगे 0 बढाया औऱ six के आगे ty लगाया
अधिकारियों तथा कर्मचारियों के अवलोकन के बाद पता चला कि चेक पर पहली तिथि 30 मार्च 2015 एवं रकम छह लाख रुपये अंकित थी। छेड़छाड़ के जरिए उसमें 2015 की जगह 2018 तथा अंकों में लिखे छह लाख के आगे एक शून्य बढ़ाकर शब्दों में लिखे सिक्स के बाद टीवाई लिखकर यानी सिक्सटीन किया गया था। खाते में रकम नहीं आने पर जब बुधवार को अधिवक्ता अपने पिता के साथ बैंक पहुंचा तो वह मूल चेक को वापस करने के लिए बैंक कर्मियों पर दबाव बनाने लगा।
आरोप है कि उसने शाखा प्रबंधक रामकुमार के मना करने पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और जान से मारने तथा झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर अन्य अधिवक्ता साथियों को भी बुला लिया। प्रभारी कोतवाल कमलेश भट्ट ने बताया कि शाखा प्रबंधक की तहरीर पर उनकी ओर से उपलब्ध कराए गए अभिलेखों की जांच की जा रही है। उसके बाद ही कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।