पौड़ी – जिले के यमकेश्वर विकास खंड के तीन गांव और 2 प्राथमिक विद्यालयों में पिछले 3 महीने से पीने के पानी की किल्लत बनी हुई है। जिसके चलते ग्रामीणों और स्कूल के मासूम बच्चों को दूर से पानी ढोने को मजबूर होना पड़ रहा है। ग्राम पोखरी, पोखरी डाडा,सैंज,घयालगांव और प्राथमिक विद्यालय भड़ेत और प्राथमिक विद्यालय पोखरी में पिछले तीन महीने से पेयजल आपूर्ति ठप्प पड़ी हुई है। नतीजतन स्कूल में मीड-डे-मील बनाने के लिए और गांव वालों को अपने और पशुधन के लिए पानी एक किलोमीटर दूर बने हैंडपम्प से पानी ढोना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि इन गांवों में पानी की आपूर्ति के लिए सालों पहले यानि 1984-85 में पोखरी-घयालगांव पेयजल योजना बनी थी। 14 की लागत वाली ये पेयजल योजना नौगांव के प्राकृतिक जलस्रोत से जनता की प्यास बुझाती थी। ग्रामीणों की माने तो शुरूवाती दौर में तो इस पेयजल योजना से जलापूर्ति अच्छी हुई लेकिन राज्य बनने के बाद से ये पेयजल योजना आए दिन खराब हो जाती है। जिसके चलते ग्रामीणों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। आलम ये है कि बरसात में भी पानी नलों पर नसीब नही होता।