देहरादून- महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने हल्लाबोल किया…हाथों में जलती हुई मशाल लिए राजीव भवन से घंटाघर और घंटाघर से वापस राजीव भवन के लिए जोरदार नारेबाजी के साथ जुलूस निकाला गया. हर कांग्रेस की जबान पर जब से भाजपा आई है महंगाई ही महंगाई है के नारे के साथ-साथ महंगी गैस महंगा तेल डबल इंजन हो गया फेल का नारा था.
महंगाई के खिलाफ सड़कों पर कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह पूरे जोश के साथ उतरे। उनके साथ में कई पूर्व मंत्री और विधायक भी मौजूद थे। नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश सड़क पर तो नहीं उतरीं, लेकिन कांग्रेस के प्रमुख ‘योद्घाओं’ को मशाल थमाने की जिम्मेदारी उन्होंने ही निभायी।
महंगाई के खिलाफ इस कार्यक्रम की कांग्रेस ने जमकर तैयारी की थी। मशाल जुलूस के कार्यक्रम में अमूमन 25 से 50 मशालें ही दिखती रही हैं लेकिन कल कांग्रेस की रैली में लगभग 300 से ज्यादा मशालों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय से घंटाघर तक निकले, तो फिर अलग नजारा दिखा।
रैली में प्रदेश अध्यक्ष के साथ पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, राजेंद्र भंडारी, हीरा सिंह बिष्ट, मातबर सिंह कंडारी के अलावा पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, विधायक काजी निजामुद्दीन, पूर्व विधायक राजकुमार, विक्रम सिंह नेगी, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, संजय पालीवाल, महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह चौहान, पूर्व अध्यक्ष लालचंद्र शर्मा, धीरेंद्र प्रताप, अशोक वर्मा, जयेंद्र रमोला आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इससे पहले, कांग्रेस भवन में आयोजित सभा में वक्ताओं ने भाजपा की राज्य और केंद्र सरकारों पर तीखे हमले किए। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकारों के खिलाफ माहौल बन चुका है। भाजपा को उखाड़ फेंकने में अब कोई मुश्किल नहीं है।
थराली उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रहे पूर्व विधायक प्रो.जीतराम भी शामिल हुए
मशाल रैली के कार्यक्रम में थराली उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रहे पूर्व विधायक प्रो.जीतराम भी शामिल हुए। कांग्रेसियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। उपचुनाव में खासी मेहनत करने वाले पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी का भी खास तौर पर जिक्र किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि भाजपा बेईमानी से जीती है। जीतराम ने मजबूती से चुनाव लड़ा और भाजपा को जीत के लिए तरसा दिया।
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि बीजेपी सरकार ने सत्ता में आने से पहले महंगाई को खत्म करने का जनता से वादा किया लेकिन सत्ता में आते ही महंगाई को और बढ़ा दिया है और ऐसी सरकार को जगाने का काम कांग्रेस ने किया था अगर सरकार ने बढ़ती महंगाई पर अंकुश नहीं लगाया तो कांग्रेस और उग्र आंदोलन करेगी।