देहरादून- हरिद्वार जिला पंचायत में करोड़ों की गड़बड़ी हुई है ये बात पुख्ता हो चुकी है। जिस वित्तीय अनियमितताओं की वजह से हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष सविता चौधरी को अपने वित्तीय अधिकार गंवाने पड़े वो आरोप सही साबित हुए हैं। लेकिन त्रिसदस्यीय समिति की मांग है कि जिला पंचायत को करोड़ों का नुकसान पहुंचाने वाली निलंबित जिला पंचायत अध्यक्ष के 26 महीने के कार्यकाल की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
ये मांग देहरादून में आज त्रिसदस्यीय समिति के सदस्य सत्तार, अमीलाल सिंह और श्रीमति देवयानी सिंह समेत पूर्व बीएसपी विधायक शहजाद और मौजूदा भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने प्रेस वार्ता कर की।
पीसी के दौरान बताया गया कि जिला पंचायत क्षेत्र में दुकानों के आवंटन से लेकर निर्माण कार्यों में किस तरह से हरिद्वार जिला पंचायत की निलंबति अध्यक्ष सविता चौधरी के दौर में करोड़ों की गड़बड़ियों को अंजाम दिया गया।
त्रिसदस्यीय समिति के सदस्यों ने प्रेस के सामने करीब 12 बिंदुओं की जानकारी रखी और कहा कि सविता चौधरी के दौर में मिलीभगत से हरिद्वार जिला पंचायत को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया गया।
सदस्यों ने कहा कि उनके पत्रावली अवलोकन के तहत पुष्ट हो रहा है कि जिला पंचायत हरिद्वार को करीब 23 करोड़ का नुकसान पहुंचाया गया है। लिहाजा निलंबित जिला पंचायत अध्यक्ष सविता चौधरी के बीते 26 माह के कार्यकाल की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
प्रेस वार्ता के दौरान दिलचस्प बात ये थी कि गठित समिति के बजाय प्रेस को ज्यादातर जिलापंचायत सदस्य देवयानी सिंह के पति विधायक कुंवर प्रणव सिंह चौंपियन और पूर्व बीएसपी विधायक शहजाद ने संबोधित किया। हालांकि त्रिसदस्यीय समिति ने सविता चौधरी के कार्यकाल की गड़बड़ियों की जांच की।