हरिद्वार- हर कोई चाहता है कि भविष्य के लिए दो पैसे बचाया जाए ताकि वह पैसे घर या बच्चों की पढ़ाई में काम आ सके. जिसके लिए माता-पिता पैसे को कई जगह फिक्स कर देते हैं. वहीं कहीं-कहीं भोली-भाली जनता को कुछ लोग अपने माया जाल में फांसा लेते हैं. आप हरिद्वार के किट्टी घोटाले से तो अच्छी तरह वाकिफ होंगे. जिस पर एक बड़ा एक्शन लिया गया है.
जी हां जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने वाली भाजपा संगठन ने इस पर शिकंजा कसते हुए करोडों रुपए का घोटाला करने वाली भाजपा नेत्रियों पर संगठन से बहार करने का फैसला किया.
किट्टी घोटाला करने वाली दोनों महिलाओं का भाजपा से अब कोई रिश्ता नहीं
भाजपा के हरिद्वार जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह के मुताबिक दोनों किट्टी घोटाला करने वाली दोनों महिलाओं का भाजपा से कोई रिश्ता अब नहीं है। उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया है। पहले भी वो भाजपा में सक्रिय नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस तरह का काम करने वाले लोगों से भाजपा दूर रहती है।
गुरुप्रीत कौर जीआईजी किट्टी ग्रुप तो श्विांगी कान्हा किट्टी ग्रुप संचालित करती थी
गौरतलब है कि दोनों भाजपा नेत्रियों गुरुप्रीत कौर और शिवांगी त्रिपाठी के सीनियर नेताओं से अच्छे रिश्ते थे और इसी के दम पर वो हरिद्वार की जनता का विश्वास जीतने में कामयाब हो गई है। गुरुप्रीत कौर जहां जीआईजी किट्टी ग्रुप चलाती थी वहीं श्विांगी कान्हा किट्टी ग्रुप संचालित करती थी। दोनों ही नेत्रियों ने हरिद्वार के हजारों लोगों को ठगा है और अभी तक पैसे नहीं लौटाए हैं। लोगों का आरोप है की भाजपा नेताओं से अपने संबंधों के चलते ही दोनों नेत्रियों ने हरिद्वार के हजारों लोगों को चूना लगाया और अब उनके पैसे भी नहीं लौटा रही है।
शिवांगी त्रिपाठी महिला मोर्चा में पदाधिकारी व गुरुप्रीत कौर हरिद्वार नगर मंडल की जिला उपाध्यक्ष
गौरतलब है कि शिवांगी त्रिपाठी महिला मोर्चा में पदाधिकारी थी और गुरुप्रीत कौर हरिद्वार नगर मंडल की जिला उपाध्यक्ष रही हैं। शहरी विकास मंत्री ने ही विधानसभा चुनाव से पहले गुरप्रीत कौर को भाजपा ज्वाइन कराई थी और उनके साथ गुरप्रीत कौर के फोटो भी फेसबुक पर छाय रहे थे।
भाजपा के जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह ने कहा कि दोनों महिलाओं को भाजपा नेत्रियां लिखना सही नहीं है। अब उनका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। दोनों को बाहर कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की पार्टी में कोई जगह नहीं है और ना ही इन लोगों की भाजपा के नाम पर कोई मदद की जाएगी। ऐसा करता हुआ कोई पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।