हरिद्वार- प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भलसवागाज में 100 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लान्टस का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि एक हजार करोड़ रूपये के निवेश से भलसवागाज में 100 मेगावाट बिजली पैदा होगी। साल भर की लगभग 100 करोड़ रूपये की बिजली की पैदावार भलसवागाज से होगी। इससे डेढ़ हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है कि 2022 तक देश में सबके पास अपना घर, पानी, बिजली, शौचालय की सुविधा उपलब्ध हो। देश की आजादी के 75 वें साल तक स्वस्थ, कुशल, सम्पन्न और समर्थ भारत की कल्पना की है।
देश में एक लाख मेगावाट हरित ऊर्जा का उत्पादन सौलर से करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा उत्पादन से प्रदेश एवं आने वाले समय में देश को बिजली की सप्लाई से प्रदेश की कमाई का जरिया बनेगा।
उन्होंने कहा खेती का रकबा कम होने के कारण लोगों को अधिक रोजगार की आवश्यकता है। कम जगह पर कैसे अधिकतम लोगों को रोजगार दिया जा सके एवं कम स्थान पर उत्पादन बढ़ाकर किस प्रकार वैल्यू एडिशन कर सकते हैं। इसमें वैज्ञानिक पद्धति एवं नवीन तकनीकि का प्रयोग करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले डेढ़ सालों में उत्तराखण्ड में 150 मेगावाट परियोजनाएं आवंटित करेंगे जिससे लगभग ढ़ाई हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
इस मौके पर सीएम ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान का आकलन किया जाए। 33 प्रतिशत से अधिक फसल नुकसान होने वालों को मुआवजा दिया जायेगा। वहीं गन्ना किसानों को सीएम ने भंरोसा दिलाया कि अब सरकार समय से गन्ने की फसल का भुगतान करेगी।
इस मौके पर सीएम के साथ मौजूद हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भलसवागाज में सोलर पावर प्लान्टस इस क्षेत्र के लिए नए आयाम स्थापित करेगा एवं प्रदेश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होंगे। इससे किसानों, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों एवं उद्योगों को भी फायदा होगा।