रूद्रप्रयाग- केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने जिले के उन पालसियों को सूबे की सरकार से मुआवजा देने की मांग की है जिनकी सैकड़ों भेड़-बकरियां आजकल आसमान से बरसे ओलों से बेमौत मर गई। ताकि उनके जीवन यापन का साधन बरकरार रहे।
दरअसल सूबे के मौसम विज्ञान ने 4 अप्रैल को अपने मौसम बुलेटिन में कहा था कि 7 अप्रैल तक सूबे का मौसम खराब रहेगा। मैदानी इलाकों मे जहां बरिश और ओले की संभावना जताई थी वहीं राज्य के पहाड़ी जिलों को अलर्ट जारी किया था।
खासकर रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागड़ चमोली और बागेश्वर जिला प्रशासन को मौसम के लिहाज से आगाह किया था। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने मौसम की चेतावनी को हल्के में लिया। नतीजा ये हुआ कि रुद्रप्रयाग के कई भेड़ बकरी पालकों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई।
इसे प्रशासन की चूक ही कहेंगे कि तकनीक के जमाने में भी जिला प्रशासन उन भेड़ पालकों तक मौसम विभाग की सूचना को नहीं पहुंचा पाया जो अपनी भेड़ बकरियों को लेकर हर साल की तरह बुग्यालों की ओर निकल गए थे।
दरअसल पहाड़ी इलाकों मे सदियों से पशु पालन मुख्य कारोबार रहा है और हर साल भेड़ और बकरी पालक गरमियों में बुग्यालों की ओर जाते रहे हैं। लेकिन इस बार अप्रैल में आसमान से बरसे ओलों से जिले के बुग्यालों में सैकड़ों भेड़-बकरियों की मौत हो गयी। मवेशियों के बेवक्त मरने से पालसियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
अपने फेसबुक पेज को अपडेट करते हुए केदारनाथ विधायक ने पूरी घटना का विवरण देते हुए जहां सोशल मीडिया में पालसियों की पीड़ा का जिक्रभी किया है।