देहरादून- आज के समय में महिलाओं की मृत्यु का मुख्य कारण स्तन कैंसर, ग्रीवा कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर जैसी गंभीर समस्याएं हैं. जिससे कई महिलाएं जूझ रही हैं और कइयों की मृत्यु हो चुकी है. साथ ही कई महिलाओं इन बिमारियों से अंजान है. लेकिन कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन लगातार किया जा रहा है. जिसमे स्तन औऱ अन्य कैंसर संबंधित बिमारियों की जागरूकता और रोकथाम के लिए अभियान और शिविर भी चलाया जा रहा है.
पीएम मोदी ने भी की आज आशा कार्यकत्रियों से वीसी कर बात
आशा कार्यकत्रियां स्वास्थ विभाग का एक अहम हिस्सा है. औऱ बड़ी बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अलग-अलग प्रदेशों और जिलों की आंगनबाड़ी, आशा और एएनएम वर्कर से बात कर चुकें हैं. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री ने आशा कार्यकत्रियों से बात की. जिसके बाद कैन प्रोटेक्ट का ये कदम सराहनीय कदम है. जो की पीएम मोदी की पहल को आगे बढ़ाने और सहयोग करने में मुख्य भूमिका निभाने जा रहे हैं.
योजना की हुई शुरुआत, दिया जा रहा है प्रशिक्षण
इसी के देखते हुए कैन प्रोटेक्ट फाउडेशन की अध्यक्षा डॉ सुमिता प्रभाकर ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड की 12000 आशा वर्कसों को निशुल्क ट्रेनिंग देने की योजना शुरु की जा चुकी है. जिसमें तहत निम्न प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
1. वयस्क महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं की ट्रेनिंग.
2. महिला प्रजनन अंगों से समस्याओं की जानकारी सम्बंधित ट्रेनिंग.
3. स्तन कैंसर (सामान्य जानकारी, प्रारंभिक जांच, और रोकथाम, प्रशिक्षण पर हाथ – स्तन आत्म परीक्षा) जानकारी सम्बंधित की ट्रेनिंग.
4. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर (सामान्य जानकारी, टीकाकरण, प्रारंभिक जांच, और रोकथाम).
5. रजोनिवृत्ति जानकारी सम्बंधित ट्रेनिंग.
6. मासिक धर्म स्वच्छता सम्बंधित ट्रेनिंग.
7. अपने स्वास्थ्य की देखभाल कैसे करें, स्तन रोग के लिए, सभी आशा कार्यकर्ता की स्क्रीनिंग।
आईये नजर डालते हैं उन महिला संबंधित बिमारियों के आंकड़ों पर जिससे अत्यधिक महिलाएं जकड़ी हुई है औऱ तेजी से महिलाओं के मृत्यु के ग्राफ में तेजी आई.
उत्तराखंड में (स्तन कैंसर के कारण महिलाओं की मृत्यु की संख्या )2014 – 448
2015 – 477
2016 – 508
उत्तराखंड में (स्तन कैंसर के मामलों की संख्या)
2014 – 1070,
2015 1142 ,
2016 – 1217
उत्तराखंड में (ग्रीवा कैंसर के कारण महिलाओं की मृत्यु संख्या)
2014 – 562
2015 579
2016 – 586
उत्तराखंड में (गर्भाशय ग्रीवा कैंसर कैंसर के मामलों की संख्या)
2014 – 841
2015 – 853
2016 – 866