ब्यूरो- हरिद्वार में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी विजय संकल्प रैली में सैन्य बहुल उत्तराखंड के मिजाज को भांपते हुए सेना की ही बात की। वन रैंक वन पेंशन के जरिए जहां उन्होंने अपनी केंद्र सरकार की जमकर पीठ थपथपाई, वहीं उत्तराखंड की पिछली सोलह सालों में बनी सभी सरकारों की पोल भी खोल दी। मोदी ने अपने भाषण मे कहा कि सूबे की किसी भी सरकार ने केंद्र सरकार को वन रैंक वन पेंशन के मसले पर कोई प्रस्ताव नहीं भेजा। जबकि उत्तराखंड भारतीय फौज में सबसे ज्यादा रणबांकुरे देता है।बहरहाल पीएम मोदी भाषण कि लय भूल में गए कि भाजपा ने मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी को सूबे की कमान सौंपी थी।
हरिद्वार रैली में पीएम मोदी ने सूबे की कांग्रेस सरकार पर दागी होने का आरोप लगाया लेकिन इस बार उन्होंने किसी खास घोटाले का जिक्र नहीं किया जैसे देहरादून में स्कूटर की बात कह कर पूर्व सीएम विजय बहुगुणा को असहज कर दिया था। आज पीएम मोदी ने अपना भाषण सूबे के विकास पर केद्रित रखा। मोदी ने कहा कि हमने राज्य को 12 हजार करोड़ रुपए की चार धाम यात्रा की सौगात दी है क्योंकि आज से पहले किसी भी राज्य सरकार ने इस यात्रा के बारे में कोई प्रस्ताव नही बनाया और केंद्र सरकार ने कोई योजना नहीं बनाई।
इस मौके पर पीएम मोदी ने नोटबंदी के अपने फैसले को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई करार दिया। बेशक भाजपा के केंद्रीय मंत्री अपने दौरे में सूबे की सरकार के पक्षपात के आरोपों को खारिज करते हों लेकिन हरिद्वार के भाषण में मोदी ने इस बात के संकेत दिए है। अपने भाषण के जरिए पीएम मोदी ने जनता से वोट की अपील करते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार है अगर उत्तराखंड में भी भाजपा की सरकार आप बनाओगे तो राज्य के विकास में डबल इंजन काम करेगा।
हालाकिं पीएम मोदी का डबल इंजन कहने की जो भी मंशा रही हो लेकिन माएने निकालने वालों का शक तो पुख्ता हो ही गया कि मोदी सरकार के विरोधियों के आरोपों में कुछ न कुछ सच्चाई तो है। बहरहाल हरिद्वार मे पीएम मोदी ने राज्य के विकास के जमकर वायदे किए अब देखना ये दिलचस्प होगा कि जनता पीएम के वादों पर कितना यकीन करती है।