देहरादून- उत्तराखंड परिवहन विभाग में बीते दिनों 38 लाख के घोटाले मामले मैं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नाराजगी जाहिर की है।सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पूरे मामले पर बयान देते हुए कहा कि बड़ा दुर्भाग्य है कि परिवहन विभाग के कर्मचारी बेईमानी करते करते यह भी भूल गए की वह विधायक और सांसदों के नाम पर घोटाला कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि सरकार की जीरो टॉलरेंस का ही नतीजा है कि 35 में से 30 संविदा कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव नौकरी से हटा दिया गया है जबकि पांच नियमित कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
आपको बताते चलें कि हाल ही में सांसदों और विधायकों के नाम पर 15 दिन में 3 लाख 80 हज़ार रुपये के मुफ्त यात्रा का बिल से शासन को भेज दिया था।