अल्मोड़ा- मंगलवार को राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला विकासखंड धौलादेवी अल्मोड़ा मे स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत स्वच्छ्ता प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. विशेष प्रार्थना सभा के उपरांत माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर अध्यापक भास्कर जोशी ने “स्वच्छ भारत प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।
शिक्षक की पहल, रहेगा वातावरण स्वच्छ और कई बिमारियों से मिलेगी निजात
इसमें एक अध्यापक नें अहम भूमिका निभाई जो की प्रशंसा की बात है. जो काम सरकार को और मंत्री-विधायकों को ध्यान में रखकर करवाना चाहिए था उसका जिम्मा अल्मोड़ा राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला विकासखंड धौलादेवी के अध्यापक भास्कर जोशी ने अपने जिम्मे लिया.
पीएम मोदी की पहला को असल रुप में बढ़ाया आगे
अगर हर विद्यालय में ऐसे अध्यापक हों तो बच्चों के साथ-साथ समाज और आस-पास का वातावरण स्वच्छ रहेगा औऱ साथ ही लोगों को कई प्रकार की बिमारियों से बचाव और कई अहम जानकारियां मिलेंगी. जो की अल्मोड़ा में सम्भव हो पा रहा है तो अध्यापक भास्कर जोशी के प्रयासों से. जिससे कहा जा सकता है कि पीएम मोदी की पहल को असल रुप में अध्यापक भास्कर जोशी ही आगे बढ़ा रहे हैं.
शिक्षक ने अपने जिम्मे में लिया काम, खुद ही सफाई का बेड़ा उठाया
स्वच्छ भारत प्रदर्शनी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विकास से अछूते अपने सेवित क्षेत्र के निवासियों को साफ-सफाई और स्वच्छता के लिये जागरूक करना और लोगों को स्वच्छता से सम्बन्धित जानकारियाँ उपलब्ध कराना है. जो काम सरकार को करना चाहिए वो काम शिक्षक ने अपने जिम्मे में लिया और खुद ही सफाई का बेड़ा उठाया.
कार्यक्रम मे पाँच प्रकार के स्टाल प्रदर्शनी के लिए रखे गए जिनमे निन्न –
1.व्यक्तिगत स्वच्छता (उपकरण व तरीके)
2.आस पास की स्वच्छता (उपकरण व तरीके)
3.पर्यावरण स्वच्छता (तरीके)
4.जैविक और अजैविक कूड़ा निस्तारण (उपकरण व तरीके)
5.वेस्ट मटेरिअल से आकर्षक वस्तुओं का निर्माण (उपकरण व तरीके)
कार्यक्रम में ग्रामीणों को दी गई स्वच्छता की जानकारी
शिक्षक की पहल पर कार्यक्रम में ग्रामीणों को टीशू पेपर, बर्तन साफ करने के तरीके, पौंछा, झाडू करना, हाथाें को साफ करने के उचित तरीके सहित अन्य स्वच्छ आदतों के बारे में बताया गया.
सभी बच्चों ने उपरोक्त स्टालों के लिए चार्ट, उपकरण और मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई जैसे व्यक्तिगत स्वच्छता में साधारण उपकरण जैसे नेल कटर, साबुन, टूथपेस्ट, दातुन इत्यादि ,प्रदर्शनी मे इस बात का ध्यान रखा गया की ज्यादा से ज्यादा वस्तुयें ग्रामीण परिवेश की ही हो और आसनी से उपलब्ध हो जाये।
बच्चों ने तरह-तरह की कूड़े व उसके विसर्जन से जुड़े हुए चार्ट को प्रदर्शित किया
कार्यक्रम में बच्चों ने तरह-तरह की कूड़े व उसके विसर्जन से जुड़े हुए चार्ट को प्रदर्शित किया जिसमें कि गीला कूड़ा, सूखा कूड़ा, जैविक कूड़ा इत्यादि के बारे में जानकारी थी. अध्यापक ने ग्रामीणों को जैविक कूड़े के उचित निस्तारण का तरीका बताया और इससे खाद और बायो गैस बनाने का तरीका (बायो गैस प्लांट के मॉडल द्वारा) बताया व घर के जैविक कूड़े को किस प्रकार घर पर ही सब्जी उगाने जैसे कार्यों में उपयोग में लाया जा सकता है.
पानी को साफ और दूषित रहित करने के उपाय बताए
साथ ही एक मॉडल द्वारा बच्चों ने पानी को साफ करने के तरीके बताए और उपस्थित सज्जनों को पानी को साफ और दूषित रहित करने के उपाय बताए. अध्यापक ने बताया कि दर्शायी व्यवस्था न अपनाने से बिमारियां, आर्थिक-सामाजिक व बच्चों के पढ़ाई आदि के नुकसान की संभावना बनी रहती है.
ग्राम प्रधान बजेला कृष्ण प्रशाद ने बच्चों को व्यक्तिगत स्वच्छता, पेयजल टैंकों की स्वच्छता और परिसर को स्वच्छ व सुंदर रखने के लिए प्रेरित किया तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। अध्यक्ष दरवान खनी ने उन्हें शरीर की सफाई, अपने घर और आसपास की सफाई, स्वच्छ पेयजल का प्रयोग और विद्यालय परिसर को हरा भरा रखने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत मे बच्चों ने एक नाटक “दरवाजा बंद ” के माध्यम से सभी को बताया की खुले में शौच से बिमारियां फैलती हैं और सम्मान को हानि पहुँचती है। समापन पर बच्चों और शिक्षकों ने स्कूल परिसर को साफ किया.